मां, इस शब्द को सुनकर ही अपने आप में एनर्जेटिक फ़िल होने लगता है ऐसा लगता है कि अब दुनिया में किसी भी चीज़ की कमी नहि है। मां को हमलोग कितने नामों से पुकारते है जैसे कि माँ, ममा, मम्मी, अम्मी, अम्मा और मॉम झारखंड, बिहार में तो माई भी कहते है और ऐसे कितने सारे शब्दों से संबोधन करते है, लेकिन रिश्ता एक ही होता है।
मां का ब्याख्या तो भगवान भी नहि कर पाए है लेकिन अगर आपको जीवित भगवान देखना है तो माँ को देख सकते है माँ भगवान के दूसरे रूप को कहते है। माँ का बहुत सारे रूप होता है जैसे कि आपकी पहली बेस्ट फ्रेंड होती है और आपकी पहली टीचर भी, जो कभी डांटकर, तो कभी दुलार कर जिंदगी के हर पहलू समझा देती है। परिवार में हर एक सदस्य के बर्थडे को याद रखने से लेकर उसे यादगार बनाने वाली मां के जन्मदिन पर आपका एक संदेश उन्हें स्पेशल महसूस करवा सकता है। इसलिए, https://www.tophindisms.com के इस लेख में हम आपके लिए 50+ मां के लिए जन्मदिन की शुभकामनाएं व बधाई संदेश लेकर आए हैं, जो आपकी मां के लिए आपके प्यार को उन तक पहुंचाने में मदद करेंगे।
मां के जन्मदिन पर बधाई संदेश | Birthday Wishes For Mother In Hindi
यूं तो हम अपनी हजारों ख्वाहिशें मां के सामने रख देते हैं, जिसे वो पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ती है। वहीं, जब बात मां को यह बताने की आती है कि वो हमारी जिंदगी में कितनी अहमियत रखती हैं, तो हमें शब्दों की कमी महसूस होने लगती है। मां के जन्मदिन पर अगर आप इस दुविधा में हैं, तो आप इन बधाई संदेशों को उनके प्रति अपना प्यार जाहिर करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
भगवान हर जगह नहीं होते इसलिए उसने मां को बनाया
बड़े बनो पर उसके सामने नहीं जिसने तुम्हें बड़ा किया
नहीं मालूम यह दुनिया मुझे क्या कहती है मैं बहुत अच्छा हूं ऐसा मेरी मां कहती है
मांगने पर जहां पूरी मन्नत होती है मां के कदमों में ही तो वह जन्नत होती है
ये जिंदगी है जनाब, मां नहीं जो हर वक्त प्यार दे
फर्क नहीं पड़ता वह कितनी पढ़ी लिखी है मेरी मां है वो मेरे लिए सबसे बेस्ट है
हाल तो सभी पूछ लेते हैं लेकिन ख्याल बस मां-बाप करते हैं
ना जाने क्यों वो आज भी मुझसे इतना प्यार करती है मैंने तो कभी मां को गुलाब का फूल नहीं दिया
कोई ठोकर क्या गिराएगी उसे जिसे मां की दुआओ ने थाम रखा हो
अल्फाजों में क्या बयां करूं में तुझको मां तुम्हारे होने से ही तो मेरी जिंदगी है
कोई कितना ही अच्छा क्यों ना हो मां की कमी पूरी नहीं कर सकता
हमारी खुशियों के लिए अपनी हर खुशी का त्याग करती है ऐसा प्यार सिर्फ मां करती है
मेरी मां से बेहतर मुझे कोई नहीं समझ सकता
आंसुओं की भी कीमत होती है यकीन ना हो तो कभी मां के सामने रो के देख लो
हर रिश्ते में मिलावट देखी कच्चे रंगों की सजावट देखी लेकिन मां के चेहरे पर न कभी थकावट देखी न ममता में कभी मिलावट देखी
मां की एक आदत खुदा से मिलती है गलती होने पर दोनों माफ कर देते हैं
मिलने को तो हजारों लोग मिल जाते हैं पर मां जैसा दोबारा कोई नहीं मिलता
लोगों को पसंद आता है मेरे बात करने का लहजा आखिर मेरी मां ने मुझे संस्कार ही ऐसे दिए है
हर तरह की मोहब्बत से वाकिफ हुए हम एक मां जैसा चाहने वाला जमाने भर में ना था
एक तेरी मोहब्बत सच्ची है मां बाकीओ मैं तो शर्ते बहुत है
मां के बिना घर में टी-शर्ट नहीं मिलता तो जिंदगी में सुकून कहां से मिलेगा
मां की दुआ वक्त तो क्या नसीब भी बदल देती है
एक मां होती है जो आपको डांट कर आपसे ज्यादा रोती है
तेरा खुश रहना जरूरी है फिर कीमत चाहे जो भी हो
ठंड खुद को लगती है स्वेटर मुझे पहना देती है वो मां ही होती है
हजारों गम हो तब भी मैं खुशी से फूल जाता हूं जब हंसती है मेरी मां मैं हर गम भूल जाता हूं
बस इतना बड़ा बनाना है अपने आप को, की सारी खुशियां दे पाऊं अपने मां – बाप को
माँ है मोहब्बत का नाम,माँ को हज़ारों सलाम, करदे फ़िदा ज़िन्दगी,आये जो बच्चों के काम
माँ के बिना दुनिया की हर चीज़ कोरी है दुनिया का सबसे सुन्दर संगीत माँ की लोरी है
मुझे नहीं पता की छोटी सी दुनिया में भगवान है या नहीं पर मेरे लिए तो मेरी मां भगवान का ही एक रूप है
है गरीब मेरी माँ फिर भी मेरा ख्याल रखती है, मेरे लिए रोटी और अपने लिए पतीले की खुरचन रखती है
भूल जाता हूँ परेशानियां ज़िंदगी की सारी, माँ अपनी गोद में जब मेरा सर रख लेती है
आँसू निकले परदेस में भीगा माँ का प्यार, दुख ने दुख से बात की बिन चिट्ठी बिन तार
कल माँ की गोद में, आज मौत की आग़ोश में, हम को दुनिया में ये दो वक़्त बड़े सुहाने से मिले
पहाड़ो जैसे सदमे झेलती है उम्र भर लेकिन इक औलाद की तकलीफ़ से माँ टूट जाती है
शहर में आ कर पढ़ने वाले ये भूल गए, किस की माँ ने कितना ज़ेवर बेचा था
बलाएं आकर भी मेरी चौखट से लौट जाती हैं, मेरी माँ की दुआएं भी कितना असर रखती हैं
मेरी तक़दीर में कभी कोई गम नही होता, अगर तक़दीर लिखने का हक़ मेरी माँ को होता
ऊपर जिसका अंत नहीं उसे आसमां कहते हैं, इस जहाँ में जिसका अंत नहीं उसे माँ कहते हैं
जब जब कागज पर लिखा, मैने माँ का नाम, कलम अदब से बोल उठी, हो गये चारो धाम
यूं ही नहीं गूंजती किलकारियां घर आँगन के कोने में, जान हथेली पर रखनी पड़ती है माँ को माँ होने में
जब भी देखा मेरे किरदार पे धब्बा कोई, देर तक बैठ के तन्हाई में रोया कोई
किताबों से निकल कर तितलियाँ ग़ज़लें सुनाती हैं, टिफ़िन रखती है मेरी माँ तो बस्ता मुस्कुराता है
कौन सी है वो चीज़ जो यहाँ नहीं मिलती, सब कुछ मिल जाता है पर माँ नहीं मिलती
जन्नत का हर लम्हा, दीदार किया था, गोद मे उठाकर जब माँ ने प्यार किया था
दिल तोड़ना कभी नहीं आया मुझे, प्यार करना जो सीखा है माँ से
खूबसूरती की इंतहा बेपनाह देखी, जब मैंने मुस्कुराती हुई माँ देखी
चलती फिरती आँखों से अज़ाँ देखी है, मैंने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है
एक मुद्दत से मेरी माँ नहीं सोई… मैंने इक बार कहा था मुझे डर लगता है
कदम जब चूमले मंज़िल तो जज़्बा मुस्कुराता है, दुआ लेकर चलो माँ की तो रस्ता मुस्कुराता है