दुनिया में चाहे हज़ार रिश्ते बनाओ, लेकिन एक रिश्ता ऐसा ज़रूर बनाओ। की जब ओ हज़ारों तुम्हारे ख़िलाफ़ हो जाए, लेकिन ओ एक हमेशा तुम्हारे साथ खड़ा रहे।
प्रेम अगर सच्चा होगा तो ओ आपकी परीक्षा नहि, बल्कि प्रतीक्षा करेगा। कितने अजीब लोग है, बात को पकड़ कर इंसान को छोड़ देते है।
किसी के ज़िंदगी में अगर आपको बार-बार जलील किया जाता है। तो उसकी ज़िंदगी से आप ऐसे निकल जाओ, जैसे कभी थे ही नहि।
ग़ुस्सा भी उन्ही पर करो, जिसपर आपको यक़ीन हो। की ओ तुम्हें मना लेगा।
रोने से दर्द खतम नहि होता, लेकिन दिल का सुकून मिलता है।
रिश्ते निभाने के लिए खूबसूरत नहि बल्कि, समझदार साथी की ज़रूरत होती है।
अहंकार भी आवश्यक है। जब बातें अधिकार, चरित्र, और सम्मान की हो। ज़िंदगी में पैसे और पावर को नहि बल्कि, स्वभाव और संबंधो को अहमियत देना चाहिए।
ज़िंदगी को बेहतर बनाने कि लिए मेरे साथ क्या हो रहा है, सोचने के बजाए। मै क्या कर रहा हूँ, ये सोचना शुरू कर दीजिए।
एक तेरा ही प्यार सच्चा है माँ। औरों की तो सर्ते ही बहुत है।
जब ज़िंदगी के गाड़ी सही पटरी पर होती है। तो सब साथ चलते है।
लेकिन जब ज़रा सा रास्ता ख़राब होता है। तो कोई साथ नहि देता है।
चाहने वाला तुम्हें हज़ारों मिलेंगे। लेकिन परवाह करने वाला, हर कोई नहि होता।
दोस्ती के बाद मोहब्बत हो सकती है, लेकिन मोहब्बत के बाद दोस्ती कभी नहि हो सकती। क्योंकि दावा मारने से पहले काम आती है, मारने के बाद नहि।
हमसफ़र चाहे गरीब हो पर अच्छा होना चाहिए, जो आपकी इज्जत करे। क्योंकि ग़रीबी तो काटी जाती है, पर किसी बुरे इंसान कि साथ ज़िंदगी काटना, बहुत मुश्किल होता है।
कभी चींठ्ठि, कभी राखी, कभी मनी ऑर्डर आते थे। ओ दिन कुछ और थे जब डाकिया भी खुशिया लाते थे।
समंदर जैसी है अपनी पहचान। ऊपर से ख़ामोश, मगर अंदर से तूफ़ान।
ज़रूरी नहि, की सारे सबक़ किताबों से ही सीखे। कुछ सबक़ ज़िंदगी और रिश्ते सिखा देते है।
हर इंसान में कोई न कोई प्रतिभा ज़रूर होती है। लेकिन लोग इसे दूसरे जैसे बनाने में नस्ट कर देते है।
सोच अगर खूबसूरत हो तो सब कुछ अच्छा नज़र आता है। अपने आज को ये सोचकर मत बर्बाद करो, की मेरे पास बहुत सारे कल है।
किसी सही इंसान कि साथ इतना ग़लत मत करना की। उसके साथ किए धोखे की पछतावा आपको सारी ज़िंदगी करना पड़े।
सस्ती चीज़ें और घटिया लोग। सरूँ में हमेशा अच्छे लगते है।
हम किसी के लिए इतना ज़रूरी नहि होते। जितने हम खुद को समझ लेते है।
आज के जमाने में खुश वही है। जो दूसरों से नहि खुद से मतलब रखता है। ज़िंदगी ने एक बात सिखाई है। दोस्ती करो या प्यार करो, लेकिन उम्मीद किसी से मत करना।
अक्सर उन्ही लोगों के दिल टूटते है। जो हमेशा, दूसरों का दिल रखने की कोशिश करते है।
बात थोड़ी कड़वी है लेकिन सच्ची है। इस दुनिया में जो दर्द छुपाना सिख गया ओ सच में जिना सिख गया।
जिनका दर्द बड़ा होता है ना उनको दर्द भी बड़े ही मिलता है।
वक्त अगर एक सा रहता, तो फिर अपनो की पहचान कैसे होती।
कुच्छ तो हमारे इतने शुभ चिंतक होते है। की हमारे शुभ होता हुआ देखते ही चिंता करने लगते है।
भूल होना प्रकृति है। मान लेना संस्कृति है। और उसे सुधार लेना प्रगति है।
हम ख़ामोश तब होते है। जब हमारे अंदर बहुत शोर होता है।
कुछ दर्द ज़िंदगी में ऐसे मिले जिन्होंने जान भी ले ली। और ज़िंदा भी छोड़ दिया।
हीरा बनाया है ईश्वर ने हर किसी को। पर चमकता वही है, जो तराशने की हद से गुजरता है।
कभी परिस्थितियों के हाथ की कठपुतली ना बने। क्योंकि आप अपने हालात बदलने का दम रखते हो।
कुछ ऐसे हो रहा है, रिश्तों का विस्तार। जिससे जितना मतलब उससे उतना प्यार।
सही निर्णय भी ग़लत हो जाता है। अगर ओ देर से लिया जाता है।
उदासी तुम पर भी बीतेगी, तो तुम भी जानोगे। की कितना दर्द होता है, किसी को नज़र अन्दाज़ करने में।
मुझे मत सिखाईए की ज़िंदगी कैसे जीते है। आप मुझसे सीखीए, की ज़िंदा, रहकर ग़म को कैसे पिते है।
महसूस कर रहे है, तेरी लापरवाही कुछ दिनो से। याद रखना, अगर हम बदल गए, तो मानना तेरे बस के बात नहि है।
क्यों चिंता करते हो, यदि लोग तुम्हें नहि समझते। वास्तव में चिंता तुम्हें तब करना चाहिए, जब तुम खुद को ही ना समझ पाओ।
कौन, कब, किसका, कितना अपना है ये सिर्फ़ वक्त बताता है।
अक्सर वही दिए हाथों को जला देते है। जिनको हम हवा से बचा रहे होते है।
यू तो भले है हम कई लोग पहले भी बहुत से। पर तुम जितना उनमे से कोई याद नहि आया।
आप किसी से सिर्फ़ उतना ही मिलो। जितना ओ आपसे मिलना चाहता हो।
पैसे के पास ज़ुबान तो नहि है। पर ओ बोलता बहुत कुछ है।
धोकेबाज लोग धोखा देंगे, और बाद में अपनी मजबूरियाँ गिनाएँगे।
जब ज़िंदगी तुम्हें दुबारा मौक़ा दे, तो पुरानी ग़लतियों को दोहराने की गलती कभी मत करना।
जब इंसान के वक्त बदलता है तो, ग़ैरों से ज़्यादा अपने जलते है।
रात को 12 बजे के बाद वही लोग याद आते है। जो लोग आपके 12 बजा दिए है।
अगर आपके नियत सही है तो, आपको ग़लत रास्ते भी, सही मंज़िल तक ले जाते है।
किसी ने मुझसे पूछ की हमसफ़र कैसा होना चाहिए। मैंने कहा हमसफ़र ऐसा होना चाहिए, जो एक बार अगर तुम्हारा, हाथ थम ले तो फिर कभी न छोड़े। तुमसे रिश्ता कभी ना तोड़े, चाहे सारी दुनिया तुम्हें ग़लत कहे, लेकिन तुम से अपना भरोशा कभी ना तोड़े।
मतलब से मिलने वाले लोग। किसी से मिलने का मतलब, कभी नहि समझते।
याद रखना एक बात अपनी फ़ीलिंग से ज़्यादा स्ट्रोंग। अपनी सेल्फ़ रेस्पेक्ट होना चाहिए।
वही रिश्ता ज़्यादा सफल रहता है। जाहा पैसे को लेंन देंन कम, और प्यार का लेंन देंन ज़्यादा होता है।
इस मतलबि दुनिया के बात निराली है। की सबके पास सब कुछ है, लेकिन दिल ख़ाली है।
बहुत मुसकिल होता है ओ लम्हा जब ओ टूट रही हो। और मुस्कुराना, आपकी मजबूरी बैन जाए।
जो मुझे रोते हुए देखकर खुद रो पड़े। मुझे एक ऐसा हमसफ़र चाहिए।
तस्वीर में साथ होने में और तकलीफ़ में, साथ होने में बहुत फ़र्क़ होते है।
भूलना और भूल जाना ये तो बस एक वहम है दिल का। भला कौन निकलता है, दिल से एक बार बस जाने के बाद।
खुद को खोजीए नहि तो, आपको उन लोगों की राय पर निर्भर रहना पड़ेगा। जो खुद कुछ नहि जानते है।
दूसरों को कब तक मानते रहोगे, कभी खुद से भी पूछ लिया करो की आपका हाल कैसा है।
मन की शांति से बड़कर इस दुनिया में और कोई दौलत नहि है।
बस दो ही इंसान ताकतवर होते है। एक बदला हुआ इंसान और एक अकेला इंसान।
लोग शोर से जग जाते है। मुझे एक इंसान के खमोस रहना सोने नहि देता।
इंतज़ार इतना भी नहि होना चाहिए, की मिलने का मोह ही खत्म हो जाए।
कई बार चीजों को रोके रखना आपको बहुत नुक़सान पहुँचा सकता है। इसलिए कुछ चीजों को आपके ज़िंदगी से जाने में ही भलाई है।