ख़ुशी से संतुष्ठी मिलता है। और संतुष्ठी से ख़ुशी मिलती है। परंतु फ़र्क़ बहुत बड़ा है, ख़ुशी थोड़ी समय के लिए संतुष्ठी देती है। और संतुष्ठी हमेशा के लिए ख़ुशी देती है।
ज़िंदगी में, कभी किसी को दोष मत दीजिए। क्योंकि अच्छे लोग ख़ुशियाँ लाते है तो, बुरे लोग तजुर्बा दे जाते है।
ज़रूरत से ज़्यादा आराम और प्यार इंसान को अपाहित बना देता है।
हमको जिसने भी इस्तेमाल किया। कम से कम जनता तो है की हम बहुत कम के है।
लोग बनावट के दीवाने है, और हम सादगी लिए बैठे है।
कभी। घमंड मत करना, अपनी मोहब्बत पर यारों। तुमसे बेहतर मिलने पर, तुम ठुकरा दिए जाओगे।
देख किसी का दर्द जब आह, निकल जाती है। बस यही बात इंसान को इंसान बनती है।
जो इंसान आपको हर बात बताता है। ओ आप पर खुद से ज़्यादा भरोशा करता है। उसका भरोसा कभी मत तोड़ना।
उस इंसान के साथ कभी भी रिश्ता नहि बनाना चाहिए। जो किसी और को धोका देकर आपके पास आया हो।
जीत के आदत अच्छि होती है। मगर कुछ रिश्तों में हार जाना ही बेहतर होता है।
जाने देने तक की बातें होती है मोहब्बत में। लेकिन यक़ीन मानना लोगों याहा वक्त तक नहि देते है।
इतिहास गवाह है, जिसकी बराबरी नहि की सकती। लोगों उसकी बदनामी सरूँ कर देता है।
सुन लेने से कितने सारे सवाल सुलझ जाते है। और सुना देने से हम फिर से वही उलझ जाते है।
तुम बदलो, तो मजबूरियाँ। और हम बदले तो धोखेबाज़।
आसान है रिश्ते बनाना लेकिन मुश्किल है। उन्हें निभाना और ज़रूरी है, उन्हें टूटने से बचना।
मर्द सिर्फ़ उसी औरत से हार सकता है। जिसे ओ बेपनाह मोहब्बत करता है।
जुनून था किसी के अंदर ज़िंदा रहने का। नतीजा ये हुआ की हम, अपने ही अंदर मर गये।
हर कोई अपना दर्द बताना पसंद नहि करता है। इसका ये मतलब नहि है, की उनके जीवन में दर्द नहि है। कुछ लोग दर्द छुपा कर जीते है। क्योंकि ओ जानते है की उन्हें समझने वाला कोई नहि है।
हम परेशान क्यों होते है, उसके २ ही कारण है। एक तो हमें तक़दीर से ज़्यादा चाहिए, दूसरा हमें वक्त से पहले चाहिए।
अकेला रहने से कभी मत डरना। क्योंकि बाज हमेश अकेला उड़ता है। और कबूतर हमेशा झुंड में उड़ते है।
तुम्हें चाहने वाला जब, तुम्हें वक्त देना ही बंद कर दे। तो समझ लेना की अब ओ तुम्हारा नहि रहा।
जिसके पास ज़्यादा ऑप्शन रहते है। ओ किसी एक का फ़ीलिंग्स को कभी। नहि समझ सकता है।
यादें भी तकलीफ़ देती है, जब मोहब्बत सच्ची होती है तो। मुझे फिर वही याद आने लगे है जिन्हें। भूलने में जमाने लगे है।
सस्ते कपड़े में मेरी क़ीमत आंकना बेमानी है। मैंने महँगे कपड़ों में लिपटे, सस्ते लोगों देखे है।
एक तू और एक वक्त, अफ़सोस दोनो ही बदल गए। जो खुद के दम पर चलते है, एक दिन वही दुनिया बदलते है।
उससे कोई रिश्ता तो नहि रहा, मगर फिर भी। कोई रिश्ता है तो उसी से है।
महंगाई का दौर है, जनाब। अब रिश्ते मुनाफ़ा देख कर होता है।
कभी कभी तो रोने के लिए भी सब्र करना पड़ता है।
जबरजस्ती के नज़दीकियों से सुकून, की दूरियाँ ही अच्छी है।
कटी हुई टहनिया कहा छाँव देती है। हद से ज़्यादा उम्मीदें हमेशा, घाव देती है।
हर किसी कि नाम पर नहि रुकते धड़कने। दिलो के भी कुछ उसूल हुआ करते है।
छा जाती है चुप्पी, अगर गुनाह अपना हो। अगर बात दूसरे का हो, तो बहुत शोर होता है।
बात – बात पर ग़ुस्सा करने वाले वही लोग होते है। जिन्हें हमेशा खुद से ज़्यादा, दूसरों की फ़िक्र रहती है।
ग़ुस्सा और मतभेद बारिश की तरह होना चाहिए। जो बरस कर ख़त्म हो जाए।
प्रेम हवा की तरह होना चाहिए। जो ख़ामोश हो, लेकिन हमेशा आसपास ही रहे।
इस दुनिया में कोई भी अपना नहि है, ये इतना बड़ा सच है। इससे लड़ना मत, इसे स्वविकर कर लेना।
बस यही सोच कर ज़्यादा शिकवा नहि किया मैं किसी से। क्योंकि हर कोई अपनी जगह सही हो सकता है।
इग्नोर करने में, और बिज़ी रहने में फ़र्क़ होता है।
जब तो अपनो से ठोकर न मिले। इंसान को होश ही नहि आता है।
हमें बुरी तरह से आज़माया गया है। अब हम किसी को भी दूसरा मौक़ा नहि देंगे।
अब मैंने कहना ही छोड़ दिया, की तुम मुझसे बात करो। जब मेरे रोने से तुम्हें कोई फ़र्क़ नहि पड़ता तो। मेरे होने और ना होने से तुम्हें क्या फ़र्क़ पड़ेगा।
ज़हर भी देने लायक़ नहि थे कुछ लोग, और हम ज़िंदगी भर उन्हें अपना राज बताते रहे। ज़हर का भी अपना हिसाब होता है, मारने के लिए थोड़ा सा, और जीने कि लिए बहुत सारा पीना पड़ता है।
कभी हारने के इरादा हो तो उनलोगो को याद कर लेना। जो तुमसे कहे थे, रहने दो, तुम्हें कुछ नहि होगा।
कभी कभी गलती सामने वाला की नहि होती है। बस हम ही ज़रूरत से ज़्यादा उम्मीद लगा लेते है।
ज़रूरत नहि की कुछ ग़लत करने से ही दुःख मिले। हद से ज़्यादा अच्छे होने की क़ीमत भी चुकानी पड़ती है।
हम खुद से गिरे थे, और खुद से ही उठेंगे। अब न किसी का साथ चाहिए, और न ही किसी का हाथ चाहिए।
किसी को आसानी से मत मिल जाना। क्योंकि लोग आपको सस्ता समझने लगेंगे।
देने वाला का हैसियत है साहब। कोई प्यार देता है, तो कोई धोखा देता है।
पहली बार हम प्यार करते है। और दूसरी बार हम प्यार को ढूंढ़ते है।
अब फ़र्क़ नहि पड़ता की कोई भी दिल दुखाए। बता दो दुनिया को, घाव पर घाव अब दर्द नहि देता।
दुखी व्यक्ति को सलाह की नहि साथ की ज़रूरत होती है। लेकिन लोग उसे सलाह दे देकर उसे और दुखी कर देते है।
जब हमारे पास कुछ नहि होता तब लोग हमें इग्नोर करते है। जब हम एक अच्छे मुक़ाम पर पहुँच जाते है, तब यही लोग। हमसे बात करना और रिश्ते बनाना चाहते है।
तारीफ़ करके किसी भी आदमी से कोई भी बेवक़ूफ़ी करायी जा सकती है।
अकड़ और अभिमान एक मानसिक बीमारी है। जिसका इलाज कुदरत और समय ज़रूर करता है।
उम्र भर भटकना ही बेहतर है, किसी ग़लत जगह बंध जाने से। दुनिया से दो कदम पीछे ही सही, लेकिन आप अपने दम पर चलना।
दुनिया का उसूल है, जब तक काम है तब तक आपका नाम है। वरना दूर से ही सलाम है।
आप जितना ज़्यादा सच के क़रीब आओगे। आपके ज़िंदगी में उतने ही दोस्त कम होते जाएँगे। जब रिश्ता पुराना हो जाता है तो कदर ख़त्म हो जाता है।
कमजोर लोग बदला लेते है। शक्तिशाली लोग माफ़ कर देते है। और बुध्दहिमान लोग नज़रअन्दाज़ कर देते है।
ज़िंदगी की सबसे बड़ा थप्पड़ किसी से लगाई गई उम्मीद मारती है।
आज तक बेहतर वही बना है। जो मुसकिल रास्तों को चुना है।
जब बुरा वक्त आता है, तब ओ लोग भी आप पर हावी होने लगते है। जिनकी आपसे बात करने तक की औक़ात नहि थी।
बात उसी से करो, जो तुमसे बात करना चाहे। यूँ किसी के पीछे पड़कर, खुद को जलील करवाना अच्छी बात नहि।
ये सोचकर कर हमेशा खुश रहो की, जो था अच्छा था। जो बाक़ी है ओ बेहतर है, और जो आगे चलकर मिलेंगे ओ बेहतरीन मिलेगा।
हमारा शशिर भी हमारे साथ नहि रहने वाला। फिर हमें किस बात का अहंकार है।
वास्तव में जब तक जीवन है, सबके साथ हंस बोलकर और प्रेम से निकल जाए। यही जीवन का लक्ष्य होना चाहिए।
कामयाब होने के लिए, अच्छे मित्रों की ज़रूरत होती है। और ज़्यादा कामयाब होने के लिए, अच्छे शत्रुओ की ज़रूरत होती है।
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आप बस पैसे बनाना सीखो, वक्त हमेशा आपके साथ रहेगा।
अगर बात करके सुधार हो सकता है तो। ख़ामोश रहकर रिश्ते कभी नहि बिगाड़ने चाहिए।
भरोशा जीता जाता है, माँगा नहि जाता। ये ओ दौलत है जिसे पाया जाता है, कमाया नहि जाता।
किसी ने आना भी चाहा तो भाग दिया हमने। बसा के तुम्हें दिल में कर्फ़्यू लगा दिया हमने।
क़बूल है, सारे नज़रअंदाजीया तेरी। बस शर्त इतनी है की तेरे इश्क़ में मिलावट ना हो।
सिफ़त इंसान ग़लत नहि होते है। काई बार वक्त भी ग़लत होता है।
अगर कोई आपसे माँगे, तो दे दिया करो। शुक्र करो, आपको उपरवलो ने, देने वालों में रहा है, माँगने वालों में नहि।
अगर जीवन में सफलता प्राप्त करनी है, तो मेहनत पर विश्वाश करो। क़िस्मत की आज़माएश तो, जुए में की जाती है।
ज़िंदगी की सबसे लम्बा सफ़र, एक मन से दूसरे मन तक पहुँचाना है। और इसी में सबसे ज़्यादा समय लगता है।
जल्दी जागना, हमेशा भी फ़ायदेमंद होता है। फिर चाहे ओ नींद से हो, अहम से हो या वहम से हो।
अफ़सोस की बात है, की पेड़ हमें बस साँसे देते है। पैसे दे रहे होते तो, आज इंसान से ज़्यादा पेड़ धरती पर होते।
वाणी और विचार ये दोनो प्रोडक्ट, हमरी खुद की कम्पनी के है। इसलिए जितनी क्वालिटी और गुणवाता अच्छी रखेगे, क़ीमत उतनी ज़्यादा मिलेगी।
दरिया बनकर किसी को डूबना बहुत आसान है। मगर ज़रिया बनकर किसी को बचाए, तो कोई बात बने।
जब हम दूसरों के लिए अच्छी भावना रखते है। तो हमारे पास भी अच्छी चीज़ें, लौट कर आती है। यही प्रकृति का नियम है।
लोगों के पास बहुत कुछ है, मगर मुश्किल ये है कि। भरोसे पे शक है, और अपने शक पर भरोशा है।
सहने वालों को अगर सब्र आ जाए तो कहने वालों की। औक़ात दो कौड़ी की रह जाती है।
मेहनत करे तो धन बने, सब्र करे तो काम। मीठा बोले तो पहचान बने, और इज्जत करे तो नाम।
ज़िंदगी में सबसे धनवान ओ इंसान होता है। जो दूसरों को अपनी मुस्कराहट देकर, उनका दिल जीत लेता है।
परवाह मत करो, चाहे सारा ज़माना ख़िलाफ़ हो। चलो उस रास्ते पर जो, सच्चा और साफ़ हो।
समझदार होने का ये नुक़सान होता है। की दिल की हज़ारों, खवाईशे दिल में ही रह जाती है।
पैसे से हैसियत पड सकती है, कलेजे की साइज़ नहि।