ऐसे पेरेंट्स जिनका फ़र्स्ट बेबी का स्कूल में अड्मिशन करना होता है तो उनके पास ज़्यादा अनुभव नहि होने के कारण ओ बहुत ही कन्फ़्यूज़्ड होते है जैसे की:
बच्चों के एडमिशन की सही उम्र क्या है
स्कूल में एडमिशन के क्या प्रॉसेस होता है।
कैसे फ़ोरम अप्लाई करना है।
सही स्कूल कैसे चुने और भी बहुत सारे प्रश्न आता है। आज मै इन्नहि सब बिंदुओ पर बात करेंगे।
दोस्तों पहले मै ये क्लीर करना चाहूँगा की प्राइमरी के पहले कौन – कौन क्लास होती है।(Before Primary)
1. प्ले स्कूल (Play School)
2. नरसरी (Nursury)
3. केजी (Kindergarten (KG), Pre-Priymary)
प्ले स्कूल (Play School): प्ले स्कूल जेनरली ये प्राइवट स्कूल में होते है, इसमें बच्चों को विशेष रूप से खेल – खेल में कुछ सिखाने की प्रक्रिया/ऐक्टिविटीज़ होता है जैसे: हाउस किसे कहते है उसका खिलौना के इस्तेमाल करके उनको समझाने की कोसिस की जाती है।
फ़ूड खाने और डिफ़्रेंट टाइप के फ़ूड, फ़्रूट (फल) को पहचान कराने के लिए किया जाता है बच्चे के साथ मिलना – जुलना, एक दूसरे से बात करना और बेसिक चीज़ें पर ध्यान दिया जाता है।
बिभिन्न तरह के खिलौना होता है उससे बच्चे खेल – खेल में कुछ सीखते है। शिक्षक उनको उसी खिलौना के यूज़ करके कुछ सिखाने के काम करती है।
डेली का लगभग 2 से लेकर 2.5 घंटे का क्लास होता, इसमें चिंता करने के कोई अवशकयता नहि, इसमें बच्चों का सही से केयर किया जाता है जैसे: खाना, पीना, बाथरूम इत्यादि।
ऐसे तो कोर्स के डूरेशन 1 साल का होता है लेकिन 6 महीना भी काफ़ी होता है। इसलिए इसमें सारे बेसिक कॉन्सेप्ट और ऑब्जेक्ट समझ आ जाता है। इसका सही उर्म 2.5 साल से 3 साल तक सही होता।
कोई – कोई पेरेंट तो 2 साल में भी बच्चों को प्ले स्कूल में डाल देते है, याहा तक तो ठीक है लेकिन इससे कम उर्म के बच्चो को अगर हो सके तो नहि भेजना चाहिए।
कोई – कोई पेरेंट(वाइफ़ – हज़्बंड) दोनो वर्किंग होते है बच्चों के डे – केयर में डाल देते ऐसा तो बिलकुल भी नहि करना चाहिए इसपर ज़्यादा जानकारी में बात करेंगे।
लेकिन मेरा सलाह तो ये है की कम से कम 2 साल तक बच्चों को अपने से ही ख़्याल करे, देख रेख और प्यार करे।
नरसरी (Nursury): ये क्लास भी जेनरली प्राइवेट स्कूल में ही होते है। इसमें बच्चों का सही उर्म 3 साल से 4 के बीच में होता है।
इसमें खेल के साथ – साथ थोड़ा कोर्स पर भी ध्यान दिया जाता है। जैसे की: साउंड वर्ड, काउंटिंग, आल्फ़बेट्स और जेनरल नॉलेज जैसे: अनिमलस, टाइप ओफ़ ऐनिमल, नेचर और भी बहुत कुछ ये स्कूल पर भी डिपेंड करता है।
मेरे अनुभव और रीसर्च के अनुशार, आप चाहेते है कि स्कूल नहि भेझे तो, ज़्यादा प्रॉब्लम नहि होगा आप ऐसा कर सकते है।
लेकिन नहि करने का 1-2 नुक़सान आपको झेलना पड़ेगा जैसे निछे दिए गये बिंदुओ पर ध्यान दे। अगर आप बड़े सहर जैसे: दिल्ली, मुंबई ये सब में रह रहे है तो वहा स्कूल लगभग – लगभग याहा से स्टार्ट हो जाता है।
इसमें होने वाले बेनेफ़िट्स पर ध्यान देते है।
1. याहा से लगभग – लगभग स्कूल सरूँ हो जाता है।
2. मान लीजिए नरसरी में 300 बच्चों के लिए सीट है तो इसके अगले क्लास यानी प्री – प्राइमरी में 350 – 400 तक होंगी, और आप नरसरी के लिए फ़ोरम भरते है जो ज़्यादा चान्स होता है निकलने का और बच्चे नरसरी से KG में आसानी से प्रोमोट हो जाते है।
3. अगर आप नरसरी में बच्चे का अड्मिशन नहि कराते है तो आपके पास बहुत कम ऑप्शन होता है जैसे मान लीजिए KG में 400 है तो 300 बच्चे तो नरसरी से प्रमोट होंगे और 100 बच्चों में अगर आपका स्थान आता है जब भी आपका अड्मिशन हो सकेगा।
4. बच्चों को एका एक नया चीज़ नहि मिलता अगले क्लास में कम से कम बेसिक चीज़ें पता होता है। इसलिए ओ अगले क्लास यानी KG में आसानी से कवर कर लेते है।
5. आसानी से अगला क्लास में प्रोमोट हो जाते है, ऐसा नहि करने पर आपको अगले साल अड्मिशन में प्रॉब्लम हो सकता है।
केजी (Kindergarten (KG), Pre-Priymary): अगर आप बड़े सहर में रह रहे है तो कम से कम याहा से तो करना ही पड़ेगा नहि तो आपके बच्चे और बच्चो से पीछे रह जाएगा। और फिर प्राथमिक (प्राइमरी) स्कूल में अड्मिशन में बहुत सारे प्रोब्लेम होगा जैसे: सीट के कमी होने के कारण, फ़र्स्ट में अड्मिशन के लिए KG का सर्टिफ़िकेट भी चाहिए, बच्चों को इंटर्व्यू भी देना हो सकता है इत्यादि।
KG का सही उर्म 4-5 के बीच में होना चाहिए, गवर्न्मेंट द्वारा उम्र में कुछ दिन के (शायद 30 दिनो) के लिए छूट दिया जाता है।
आप चाहे तो प्ले और नरसरी ये दोनो क्लास स्किप/छोड़ सकते है, थोड़ा बच्चों को कुछ दिन के लिए प्रॉब्लम आ सकता है क्योंकि उनके साथ वाले बच्चे उससे थोड़ा जानकर होंगे लेकिन समय के साथ अगर आप अपने बच्चे को ध्यान देंगे तो कुछ महिनो में कवर कर लेगा।
लेकिन भूलकर भी KG क्लास स्किप/छोड़ मत दिजीयगा क्योंकि याहा से जेनुआली बच्चों का स्कूल सरूँ हो जाता है। याहा से परीक्षा, प्रॉपर टेस्ट, प्रॉपर उपस्थिति, अनुशासन ये सब होता है।
स्कूल में बच्चे को अड्मिशन कैसे कराए । स्कूल में एडमिशन कब तक होगा
अगर आप स्कूल में बच्चे को अड्मिशन करना चाह रहे है तो आपको तैयार रहना होगा। इसमें लगने वाले सारे डॉक्युमेंट्स और प्रॉसेस से वाक़िफ़ रहना होगा। चाहिए कुछ बिंदुओ पर ध्यान देते है की क्या क्या डॉक्युमेंट्स की अवशकयता हो सकती है।
1. पेरेंट का आधार कार्ड और पैन कार्ड।
2. ऐड्रेस प्रूफ़ चाहिए : दूरी के हिसाब से भी पॉंट्स मिलता है जिससे बच्चों को अड्मिशन में हेल्प होती है।
3. बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र
4. आधार कार्ड
5. वैक्सिनेशन कार्ड
6. अगर पहला बच्चा है तो फ़र्स्ट बोर्न बेबी का affidavit, इसमें कुछ पॉंट्स मिलते है जिससे बच्चों को अड्मिशन में हेल्प होती है।
7. बच्चा और पेरेंट्स दोनो का पासपोट साइज़ फ़ोटो।
8. अगर कोई सर्टिफ़िकेट है तो ओ भी। इतने डॉक्युमेंट्स तो मैंडटॉरी है बाक़ी स्कूल स्कूल पर डिपेंड करता है की उनको और कौन सी डॉक्युमेंट चाहिए, ये सभी मिनिमम डॉक्युमेंट्स है जो की लगभग – लगभग सभी स्कूल में माँग जाता है।
नरसरी (Nursury) के अड्मिशन के लिए अगर आप फ़ोरम भरना चाहते है तो अपने नज़दीकी में जो भी स्कूल है ओ सभी में भर दीजिए काम से कम 5-10 स्कूल में तो भरे ही जिससे अड्मिशन के सम्भावना बाड जाए।
जैसे ही आपका बच्चे का नाम फ़र्स्ट लिस्ट में आपके पसंद का स्कूल में आए तो आप स्कूल में जाकर आगे की प्रक्रिया जान ले और उसपर आगे बड़े।
अगर किसी भी स्कूल के फ़र्स्ट लिस्ट में आपका नाम नहि आया तो दूसरी लिस्ट में भी हो तो आप पर्सनली जाकर उस स्कूल के अड्मिशन इंचार्गज से मिले। ऐसा करने से बहुत बेनेफ़िट होगा मान लिजीय, कोई ऐसा बच्चा उनके पास होगा जिसका 2 जगह फ़र्स्ट बैच में निकला होगा तो ओ एक ही जगह अड्मिशन लेगा उस स्थिति में आपका होने का चेंजेज़ 99% हो जाता है।
ये मै अपना पर्सनल इक्स्पिरीयन्स से बता रहा हूँ। मेरे भी बेटे का दूसरा लिस्ट में था तो मै पर्सनली अड्मिशन इंचार्गज से बात किया फिर अड्मिशन हो गया। लेकिन आप केजी (Kindergarten (KG), Pre-Priymary): में अड्मिशन करना चाहते है तो तो कम से कम 20-30 स्कूल में फ़ोरम भरना चाहिए। और इसके साथ ही अपने नज़दीकी स्कूल में जाकर अड्मिशन इंचार्गज से मिले अपने अड्मिशन रिलेटेड बात करे।
स्कूल में बच्चे को अड्मिशन के लिए फ़ोरम कैसे भरे। बच्चे को स्कूल में एडमिशन के लिए क्या करना चाहिए
अगर आप, उपर के चीजों से वाक़िफ़ हो गए होंगे तो अब अड्मिशन के प्रक्रिया और ईज़ी तरीक़ा बताना जा रहा हूँ। जिसके यूज़ करके आप आसानी से अड्मिशन करा सकते है। जेनरली 2021 से पहले दिसम्बर तक ही फ़ोरम भरा जाता था, लेकिन अब इसके बाद फ़रवरी 15 के बाद ही फ़ोरम भरा जाता है।
चलिए कुछ तरीक़ा देखते है जिसके थ्रू अड्मिशन लेने में आसानी होगी।
1. आप जिस स्कूल में अपने बच्चा को अड्मिशन करना चाहते है उसके अफ़िशल(Official) वेबसाईट पर जाए अड्मिशन रिलेटेड जानकारी ले। और उनके वेबसाईट पर ऑनलाइन फ़ोरम अप्लाई करने का ऑप्शन है तो ठीक है तो वही से सारा डिटेल्ज़ के साथ ऑनलाइन अप्लाई कर ले।
अगर ऑनलाइन फ़ोरम अप्लाई करने में आपको प्रॉब्लम आ रहा हैं तो आप चाहे तो स्कूल में विज़िट कर सकते है, या फिर आप किसी साइबर कैफ़े में जाकर अपना फ़ोरम अप्लाई कर सकते है।
अगर आप ये भी करने में समर्थ नहि है हार्ड्कापी/हैंड राएटिंग में ऐप्लिकेशन लिख कर सभी डॉक्युमेंट्स के साथ स्कूल में जमा करा दीजिए। अगर आप सॉर्ट लिस्ट हुए तो आपको स्कूल के द्वारा कल्ल आजाएगा।
2. अगर स्कूल के अफ़िशल(Official) वेबसाईट पर फ़ोरम भरने ऑप्शन नहि है तो आप स्कूल में फ़िज़िकल विज़िट करे और वहा से प्रॉसेस के जानकारी ले और उसके अनुशार अपना अगला प्लान रेडी रखे।
3. आजकल बहुत सारे ऐसे वेब्सायट है जो स्कूल में फ़ोरम भरने का काम करती है। जैसे: https://ezyschooling.com याहा से आप बहुत आसानी से फ़ोरम भर सकते है।
अगर आप इतने प्रॉसेस कर लिए तो ज़्यादा चान्स है की आपका रिज़ल्ट पॉज़िटिव आएगा।
अंत मै यही कहना चाहूँगा, की आपको किसी तरह के डाउट लग रहा है तो आप स्कूल में समय रहते जाकर सम्पर्क करे, कुछ न कुछ उपाय ओ बताएँगे।
कंक्लूज़न (Conclusion)
फ्रेंड्स i hope कि अब आपको स्कूल में बच्चे को अड्मिशन के लिए फ़ोरम कैसे भरे के बारे में दी गयी जानकारी अच्छी लगी होगी। फिर भी कोई सुझाओ/सलाह देना या लेना चाहते है तो टिप्पणी/comment करके अपना सुझाव दे है। धन्यवाद: