दोस्तों, पहले तो हम ये समझे है की वंशावली क्या होता है और किस काम में उपयोग होता है।
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वंशावली क्या है?
अगर, हम सीधे सबदो में समझे तो वंश यानी किस वंश से तालुक़ा रखते है उसका प्रमाण, जैसे आधार कार्ड पर आपके पिता/पति के नाम होता है उससे ये प्रमाणित होता है की आप किससे तालक रखते है लेकिन आपको आपके पिता के अपर वाले पिंडी यानी जेनरेशन से प्रमाण करना है तो उसके लिए हमें वंशावली की ज़रूरत होता है।
आज कल वंशावली लगभग बहूँत से काम में लग रहा है. खास कर के जमीन जायदात का काम में लगता ही है इसके बाद जाती आवास प्रमाणपत्र में भी लगता है। इसक देखते हुए हम आपको इसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी देने जा रहे है।
अगर हम इसे परिभासित करे तो वंशावली एक परिवारिक सूचि है जिसे बटवारा सूचि के नाम से भी जाना जाता है! वंशावली को यदि हम विस्तृत रूप से जानेगे, तो इसका अर्थ इस प्रकार से है ! जिसे हम आसान भाषा में समझते है ! एक ऐसा वंश (Family) जिसमे उनके पूर्वज या दादा /दादी /पिताजी या उनके पुरखे की जमीन है ! जिसको हम अपने भई /बहन का हिस्सा सामिल है ! तो उस जमीन को बटवारा करने की प्रक्रिया को वंशावली कहते है! यह एक पेपर के तरह होता है ! जिस तरह आपका जमीन का पेपर होता हो उसी तरह यह भी एक प्रमाण पात्र (पेपर) के तरह होता है।
वंशावली के लाभ
वंशावली की फायेदे की बात करे तो फायेदा बहुत है ! क्योकि आदि आप अपने पूर्वज या दादा /दादी /पिताजी या उनके पुरखे (वंश) की जमीन को आप vanshavali बनवाना चाहते है ! या अपने नाम से रसीद कटवाना चाहते है या किसी तरह के डॉक्युमेंट में काम करना हो तो आप वंशावली के थुरु कर सकते है.
vanshavali बनाने के प्रोसेस में सरकार ने भी वंशावली को अहम् भूमिका निभा रही है
आप 2 प्रकार से बांशावली बनवा सकते है।
1. Genealogy by a court (वंशावली एक Court के द्वरा) इसको ऐफ़िडेविट (affidavit) के थ्रू किसी वकील या ब्लॉक में जाकर हो जाएगा, जिसमें आपको सभी प्रकार के काग़ज़ात की ज़रूरत होगा जैसे: आधारकार्ड, ज़मीन से काग़ज़ात इत्यादि।
2. अपने पंचायत के सरपंच/मुखिया से बनवा सकते है। Genealogy one from your panchayat level (वंशावली एक आपने पंचायत स्तर से ) वंशावली बनाने का प्रक्रिया
1. वंशावली कोर्ट के द्वरा (Genealogy by a court ):– वंशावली यदि आप कोर्ट के द्वारा बनवाते है ! तो आपको कुछ रकम खर्च करना होगा ! जिसमे आपको एक वकील रखना होगा ! जो आपके सभी पेपर को तैयार करेंगे जिसमे आपके तैयार पेपर पे आपके जमीन की हिस्सा बनता है ! उन सभी को उस तैयार पेपर पे Signature करवाना होगा ! फिर तैयार पेपर को वेरीफाई करवाना होगा ! जब आप इन सभी प्रक्रिया को फोलो कर लेंगे ! उसके बाद आपको तैयार पेपर के साथ आपको ऑनलाइन के माध्यम से दाखिल ख़ारिज के लिए आवेदन करना होगा ! उस के बाद आप बहुत ही आसानी से ऑनलाइन के माध्यम रसीद काट सकते है !
इस प्रमाण पत्र को बनाने के सबसे पहले आपको अपना सिबिल कोर्ट से आपका अपना नाम से एक एफिडेविट करना परता है. इसके बाद आपको अपना पंचायत मुखिया या सरपंच से इसका सत्यापन करना परता है इसके बाद आप इसको लेकर अंचल कार्यालय में जा कर के वंशावली प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर सकते है.
2. वंशावली पंचायत द्वारा ( Genealogy one from your panchayat level ) वंशावली यदि आप अपने पंचायात स्तर से बनवाते है तो आपको कोई रकम खर्च नहीं होगा ! सबसे पहले आपको अपने पंचयात के सरपंच/मुखिया के पास जाना होगा ! क्योकि पंचायात स्तर से बानने की प्रक्रिया में आपको अपने पंचायातनिधि सरपंच से बनता है ! वहा पे आपको सरपंच के लेटर पेड पे एक शिद्रुल तैयार करवाना होगा ! जिस शिद्रुल में आपके पारिवारिक हिस्सेदारों की सहमती ली जाएगी ! सरपंच अपने स्तर से उसे वेरीफाई कर देंगे ! जव आप इन सभी प्रक्रिया को फोलो कर लेते है
अगर, आप सिम्पल शब्दों में वंशावली कि लिए सरपंच/मुखिया के पास पेपर से लिखकर बनवाना चाहते है तो नीचे दिए गये फ़ोटो की तरह वाइट पेज नीचे दिए गये वाक्य लिखे ओर पर फ़ॉर्मैट बना ले। इसमें फिर सरपंच/मुखिया हस्ताक्षर और स्टाम्प लगेगा।
प्रमाणित किया जाता है की राजेंद्र मेहता पिता स्व० मुँनद्रिका मेहता की वंशावली निम्न प्रकार से है।
वंशावली और वंशवृक्ष में क्या अंतर है
वंशावली मतलब किस वंश से तालुक रखते है जिसको सत्यापित करना पड़ता है जिसका पर्पस हक़ से होता लेना होता है। वंशवृक्ष अपने वंश में ब्रिधि करना है इसमें लड़का एंड लड़की डोनो आजाएँगे इसका पर्पस वंश चलना होता है।