दोस्तों आज में आपको थाना प्रभारी को शिकायत पत्र कैसे लिखे के बारे विस्तार से बताने वाला हूँ अगर आप police station me application kaise likhe को जानना चाहते है तो आप इस लेख को ध्यान से पढ़े ।
थाना प्रभारी को Application/आवेदन कैसे लिखे अगर आप थाना प्रभारी को अपनी शिकायत को लेकर आवेदन पत्र लिखने जा रहे हो, तो आपको उससे जुड़ीं कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
- आवेदन पत्र में थाना प्रभारी का रेस्पेक्ट/अच्छी तरह संबोधन करें।
- इसके बाद आपको अपने संबंधित थाने यानि जहा भी आप रिपोर्ट/शिकायत दर्ज करने जा रहे है वाहा का नाम व पता लिखना होगा,ध्यान रहे आपको स्पष्ट और सही पता लिखना होगा।
- आपके आवेदन पत्र का विषय स्पष्ट, सरल और प्रभावी होना चाहिए, ऐसा होना चाहिए की विषय पढ़कर 80% मैटर समझ आजाए की किस काम से रिलेटेड है।
- आवेदन पत्र में अब आपको अपना नाम, अपने पिता का नाम, अपना पता और अपने पूर्ण परिचय को स्पष्ट रूप से लिखना होगा।
- इसके बाद आपको अपनी समस्या के बारे में पूरी जानकारी देनी होगी। आवेदन पत्र में अपनी समस्या का विवरण स्पष्ट और सही दे, इसमें किसी भी बात को बढ़ा चढ़ाकर या झूठ न लिखे, यह आपको बड़ी परेशानी में डाल सकता है।
- अपनी शिकायत में अपनी समस्या का विवरण देने के बाद आप थाना प्रभारी से मामले की जांच जल्द से जल्द करने की प्रार्थना कर सकते है।
- आवेदन के अंत में एक बार पुनः अपना नाम, अपने पिता का नाम, अपना पता और दिनांक जरूर लिखे।
सेवा में,
श्रीमान थाना प्रभारी,
शक्तीनगर, सोनभद्र(उ. प्र.)
विषय – बिटू भारती पिता रामधिन भारती, द्वारा लगातार मारने – पिटने के धमकी देने और हाथाबाही करने के संदर्व में।
महोदय,
सविनय निवेदन है की मै अजय मेहतापिता श्री विजय मेहता, काली मंदिर बस स्टैंड, शक्ति नगर, के निवासी हूँ। 29 अक्टूबर को मध्य रात्रि को लगभग 12:30 बजे बिटू भारती पिता रामधिन भारती और उसके 2 दोस्त सराब के नशे में मेरे घर तम्बाकू लेने आया, हमलोगों के माना करने पर गाली गलौज करने लगा, फिर हमलोग के पूछने पर हाथाबाही करने लगा उसके बाद हमलोग ने उसे धक्का देकर भागा दिए।
उसके सुबह 30 अक्टूबर को बिटू भारती ने अपने एक दोस्त को लेकर आया उसके बाद हमलोगो ने बातचीज़ करके मामला को सांत कर दिया गया।
फिर उसके अगले दिन 31 अक्टूबर के रात 9 बजे के लगभग बिटू भारती ने अपने बस्ती के 10-12 दोस्तों को लाकर दुकान में बैठे मेरे भाई राजू कुमार को, दुकान से खिच कर मारा, जब हमलोग अपने दरवाज़ा बंद करने लगे तो पैरो से दरवाज़ा पर मारकर तोड़ दिया और घर में घुसने की कोसिस कर रहा था, उसके बाद हमलोग ने 112 नम्बर फोने किए तो उनलोग घमकी देते हुए, हमारे घर के पास से भाग गये।
अतः श्रीमान से निवेदन है की बिटू भारती पिता रामधिन भारती और उसके सहयोगी पर उचित करवाहि करने की क्रिप्या करे.
प्राथी,