दोस्तों, आज हमलोग डिजिटल इंडिया के दुनिया में रह रहे है। और इसका बहुत सारे फ़ायदे है वही कुछ नुकशान भी है, आज हमलोग ऑनलाइन फ़्रॉड के बारे में बात करेंगे जिसको डिजिटल फ़्रॉड भी कहते है।
ऑफ़्लाइन फ़्रॉड है क्या होते थे ओर कैसे होते थे।
आज के 15-20 साल पहले ये फ़्रॉडडर (चोरी/डकैती करने वाले) ऑफ़्लाइन फ़्रॉड करते थे जैसे कोई चीज़ आपके जाने बिना चुपके से आपके प्रॉपर्टी चोरी कर लेते थे। जैसे आपके सोए रहते आपके घर में रखे पैसे, जवेल्लेरी या कोई और भी महत्वपूर्ण समान जिसका भरपाई करना बहुत ही मुसकिल होता था। जिसको आम तौर पर चोरी कहा जाता था।
कभी ऐसे भी होता था की आपको हथियारों के बल पर घमकी देकर जैसे गन पोवाएंट और कोई भी ख़तरनाक हथियार जो आपको नुकशान पहुँचा सकते है, आपसे ही आपके छिपाए हुए ख़ज़ाने और महत्वपूर्ण वस्तुओं के बारे में जानकारी पूछ लेते थे और सारे हड़प जाते थे।
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आज भी ऑफ़्लाइन फ़्रॉड है लेकिन पहले के अपेक्षा काम है।
दोस्तों ये लेख का मुख्य शार ऑनलाइन फ़्रॉड के बारे समझना और बचने का प्रतन करने का है। तो चलिए समझे है ऑनलाइन फ़्रॉड के बारे में।
हमारे भारत को डिजिटल इंडिया बनाने में जीयो (jio) का बहुत बड़ा योगदान है वही पहले 1 GB डेटा के लिए हमें बहुत रुपए चुकाने पड़ते थे, लेकिन अब वही 1 GB डेटा के दामों में 1 GB या 1.5 GB डेटा प्रति दिन 28 दिनो तक डेटा पाते है।
डिजिटल इंडिया इसके साथ साथ डिजिटल फ़्रॉड भी बड़ने लगे और चलिए कुछ टेक्नीक को समझते है और बचने के उपायो पर बात करते है।
फ़्रॉडडर बहुत ही स्मार्ट तरीक़े से फ़्रॉड करते है और उनकी एक्स्पर्ट टीम होती है जैसे ही कोई नया योजना या कोई ट्रेंडिंग एंड पॉप्युलर ब्रांड आया ओ उसी के अनुशार अपना प्लान कर लेते है। और लाखों करोरो रुपए फ़्रॉड कर जाते है।
कार्ड का डिटेल्ज़ किसी को न दे
1. किसी को भी ओ टी पी (OTP), कार्ड नम्बर, cvv नम्बर और कोई भी बैंकिंग डिटेल्ज़ न दे। आपको बैंक वाले कभी नहि पूछेंगे। सभी बैंकों ने अपने यूज़र को ये मेसिज देते रहते है, फिर भी हमलोग उसपर धायन नहि देते है और फ़्रॉड का शिकार हो जाते है।
2. अगर आप कोई वॉलेट यूज़ कर रहे है जैसे पेटीम (Paytm), मोबिकविक (MobiKwik) इत्यादि , तो आपको KYC के नाम पर फ़्रॉड किया जा सकता है।
फ़्रॉडडर इतने स्मार्ट तरीक़े से फ़्रॉड करते है कि अगर आप नन-टेक्निकल (non-technical) व्यक्ति है तो निश्चित रूप से फ़्रॉड का शिकार हो जाएँगे। चालिए इसको एक उधाहरण से समझे है।
मान लिजीय आप Paytm यूज़ कर रहे तो आपके पास 1-2 दिन पहले एक मैंसेज आएगा की आपके KYC की वैधता समाप्त हो गया है जल्द से जल्द KYC कराए, नहि तो आपके अकाउंट सस्पेंड कर दिया जाएगा, और उस मैंसेज में फ़्रॉडडर का कांटैक्ट नम्बर भी रहेगा आप उसे KYC के लिए कांटैक्ट लिए तो उनको ज़ायद मेहनत नहि करना पड़ेगा, अगर नहि किया तो ओ कल्ल करेंगे और आपसे KYC के प्रॉसेस करने के लिए बोलेंगे और जैसे ही अपने उनका गाइड को फ़ॉलो करेंगे आपके बैंक खाते से सारा पैसे उड़ा लिए जाएँगे।
इसलिए ऐसे किसी भी चीज़ पर भरोश ना करे अगर आपको ज़रूरत है तो उसके अफ़िशल वेब्सायट या फिर उसके ब्रांच में जाकर सम्पर्क करे।
3. अगर किसी सरकारी योजना से रिलेटेड कोई वेब्सायट (website) पर एंक्वरी किए हुआ है तो ऐसे डेटा फरौडेर चोरी कर लेते है या किसी भी तरह उसे पा जाते है और अपके साथ फ़्रॉड करते है। इसको एक उधाहरण से समझते है:
मान लिजीय अपने कुशुम योजना में लाभ लेने के लिए अपना फ़ोरम ऑनलाइन भरे तो फ़्रॉडडर क्या कर सकते है।
A. ओ कुशुम योजना के तरह ही अपना खुद का वेब्सायट (website) बना लेते है और आप उतने अच्छे से समझने में अशमर्थ है और आपके साथ फ़्रॉड हो जाता है।
B. जिस प्लेटफ़ोरम पर आप फ़ोरम भरे है वहाँ से, पर डेटा/रेकर्ड के हिसाब से डेटा ख़रीद लेते है और आपकी इन्फ़र्मेशन के हिसाब से आपसे पेस आते है और अपने मक़सद में कामयाब हो जाते है इसलिए बिना जाने किसी भी तरह के फ़ोरम ना भरे।
4. मैंसेज में आए किसी भी लिंक (URL), जिसको आप नहि जानते है उस पर क्लिक ना करे, ऐसे करने से आपके मोबाइल का सारा डेटा फ़्रॉडडर के पास चले जाएँगे और आप फ़्रॉड का शिकार हो जाएँगे। आपको मैंसेज निम्न प्रकार का दावा किया जा सकता है जैसे कि:
- आपको फ़्री मोबाइल डेटा देना का
- लौटरी देने का
- कौन बनेगा करोर पति में विनर होने का
- जीयो (jio) मोबाइल ऑपरेटर के थ्रू कुछ देने का दावा करना।
- लोन / क्रेडिट कार्ड देने का दावा करना।
- फ़्री मोबाइल या कोई भी प्रोडक्ट देने का जैसे की फ्लिपकार्ट (flipkart), ऐमज़ान(amazon) पर किसी फ़ेस्टिवल पर फ़्री में कुछ भी देने का दावा करना ये फ़्रॉडडर का टेक्नीक होता है।
- फोनपे ऑफ़र का या फोनपे में कुछ रुपए पाने का।
5. अगर आपके पास हेल्थ इंसरेंन्स के फोने आए तो अप इसे भी नज़र अन्दाज़ न करे.
हेल्थ इंसरेंन्स के सस्ते पैकिज के प्रलोभन देखर आपसे पैसे ले लेंगे और आपको कुछ नहि भी मिलेंगे पैकिज में ऑफ़र की भी बात होगी लेकिन कुछ भी आपको मिलेगा नहि। कोई भी हेल्थ पॉलिसी ख़रीदने से पहले आप अच्छे तरह रिभिव देख लिजीएगा और कोई अच्छी कम्पनी का ही ख़रीदिएगा।
6. नौकरी के अगर आपके पास फोने आए और पैसे की माँग किए जाते तो ये भी फ़्रॉड हि है। चलिए इसको एक उधाहरण से समझते है।
ये भी एक बहुत बड़ा फ़्रॉड के रास्ता है। चलिए इसको उदाहरण से समझते है कि किस तरह का फ़्रॉड होता है इसमें।
- आप कोई भी प्राइवट (private) कम्पनी में जॉब सर्च कर रहे है तो ज़ाहिर सी बात है की आप अपना प्रोफ़ायल (bio-data) किसी जॉब पोर्टल पर बनाएँगे जैसे की https://www.naukri.com/ या https://in.indeed.com/ या किसी ओर पोर्टल पर, फिर यही से आपके जर्नी स्टार्ट होगी।
- फ़्रॉडडर आपके डेटा उस कम्पनी से ख़रीद लेते है, अब आप सोचेंगे की कम्पनी क्यों देती है फ़्रॉडडर को, तो ऐसा नहि है फ़्रॉडडर बोलते है कि हमलोग एम्प्लॉई मैनज्मेंट कम्पनी चलते है उसके लिए डेटा की आवसकता और जॉब पोर्टल कम्पनी से यूज़र और पास्वर्ड ले लेते है उसके बदले जॉब पोर्टल कम्पनी मन्थ्ली बेसिस पर अमाउंट पे करते है।
- फ़्रॉडडर वैसे डेटा को खोजते है जो नया हो या अभी अभी प्रोफ़ायल अप्डेट किए हो
- फिर उनको, उस जॉब पोर्टल कम्पनी के नाम पर फोने करंगे और बोलेंगे की आप जॉब कि लिए अप्लाई किए आपका
- एक कम्पनी XYZ, में बाइओ-डेटा (Resume) शॉर्ट लिस्ट हो गया है और आपको कम्पनी में इंटरर्व्यू के लिए रजिस्ट्रेशन चार्जेज़ लगेंगे ओ आपके देना पड़ेगा, सुरूवात की राशि बहुत ही कम बोलते है जैसे 500, 800 इसलिए ज़्यादातर लोग राज़ी हो जाते है।
- फ़्रॉडडर के टीम होती है फिर अगला स्टेप उनका होता है उनके टीम से कोई एक उसे कम्पनी एचआर (HR) बनकर कंडिडेट का बेसिक इंटर्व्यू लेता है।
- फिर कुछ देर बाद दूसरा बंदा कंडिडेट फोन करता है, और बोलता है आपका HR राउंड सक्सेस हुआ अगला राउंड मैनेजर राउंड होगा उसके लिए आपको 10,000 रुपये पे करना होगा। याहा कंडिडेट खुश हो जाता है और कही न कही से पैसे ट्रान्स्फ़र कर डेटा है
ऐसे करके बहुत सारे फ़्रॉड होते है इसलिए कोई भी कम्पनी या कोई भी एम्प्लॉई मैनज्मेंट कम्पनी कंडिडेट से कभी भी पैसे की डिमांड नहि करती है, इसलिए ऐसे कम्पनी पर कभी भी भरोश न करो।
7. अभी अभी रीसेंट मे ओनलिने ख़रीदारी में कैश – बैक के ऑफ़र बता कर पैसे लुटा जा रहा है। जैसे मान लिजीय अपने फ्लिपकार्ट या एमाज़ोन पर कोई प्रॉडक्ट्स ख़रीदा तो, फ़्रॉडडर उस डेटा को कम्पनी से किसी तरह हासिल करने में समर्थ हो जाते है और फिर आपको उसी के अनुशार कल्ल करते है और बोलते है कि अपने जो प्रोडक्ट ख़रीदा था भी उसी के बिहाफ पर कम्पनी के लकी ड्रोव में आपका नाम आया है आपको कैश – बैक दिया जा रहा है।
और ऐसे आप उनके बातों में आ गये तो आपके साथ फ़्रॉड होना निश्चित है। इसलिए ऐसे कोई भी ऑफ़र, कैश – बैक, कल्ल, फोने, मैसेज और ईमेल पर ध्यान न दे।
8. एक और इम्पोर्टेंट एंड ट्रेंडिंग फ़्रॉड तारीख़ है फ़्रॉडडर के लिए जिससे बचना बहुत ही मुसकिल होता है ऐसे घटना अच्छे अच्छे पड़े लिखे लोगों के साथ भी हो जाता है.
मान लीजिए अपने किसी भी डिपार्टमेंट, ई-पोर्टल या बैंक फ्लिपकार्ट, एमाज़ोन या फिर सर्विस सेंटर का कस्टमर सर्विस नम्बर सर्च कर रहे है तो उस केस में फ़्रॉडडर अपना वेब्साईंट बनकर और उसमें अपना नम्बर डालकर गूगल में रैंक करते है और जैसे ही अपने उस नम्बर पर कल्ल किया तो आप उनके चंगुल में फश जाते है।
उसमें उनका फरौडिंग लगभग – लगभग 50% होती है यानी हर 2 में 1 का फ़्रॉड हो जाता है। क्योको उसमें ओ आपसे पैसे की डिमांड नहि करते जस्ट बोलेंगे की आपकी समस्या का अभी अभी समाधान किया जाएगा आप मेरे साथ को-ऑपरेट कीजिए। फिर आपकी सारी डिटेल्ज़ माँगेंगे और कुछ लिंक आपके पास सेंड करेंगे जिसमें UPI पेमेंट होगा या APP डाउनलोड करने का होगा आप दोनो में से कुछ भी किए या फिर कुछ और भी हो सकता है जैसे ही आप उनका इन्स्ट्रक्शन फ़ॉलो करेंगे आपके साथ फ़्रॉड होना निश्चित हो जाएगा।
इससे बचने का उपाय है की आपको ऐसे ही गूगल से नम्बर निकलकर किसी को कल्ल/फोने नहि करना है आप उनके अफ़िशल वेब्सायट पर जाकर नम्बर ले, या फिर ब्रांच विज़िट करे।
9. कोई गिफ़्ट आपके नाम से आने का दावा किया जाए जिसको आप नहि जानते और उसके लिए पैसे की माँग किया जाए जो गिफ़्ट के रक़म से बहुत ही कम हो फिर भी ये भी फ़्रॉड हि है।
इसमें ऐसा होता है आपको सोशल मीडिया के ज़रिए कांटैक्ट किया जाएगा ओ भी गर्ल/लड़की बनकर फिर धीरे धीरे दोस्ती का जीकर होगा कुछ दिन बाद ओ लड़की आपके पता पूछेगी गिफ़्ट देने के लिए, 2-3 दिन बाद फ़ोन आयेंगे कुर्रियर वाले बनकर और बोला जाता है आपका गिफ़्ट आया है लेकिन ये विदेश से आने के कारण इसका डिलिव्री चार्ज लेगेगा और गिफ़्ट बहुत महँगा है लेकिन इसके लिए आपको डिलिव्री चार्ज देने पड़ेगा और इस तरह आपके साथ फ़्रॉड हो सकता है, इसलिए ये सब फ़ालतू के चीजों पर धायन न दीजिए।
फ़्रॉडडर बहुत ही चालक होते है ओ रात दिन यही करते है इसलिए ओ टार्गेट करते है की किस तरह के लोगों को मुझे अपना सीकर बनाना है वैसे लोगों को अपने चपेट में लेते जो टेचोनोलोग्य (technology) को बेहतर तरीक़े से नहि जानते है ज़्यादा इंटर्नेट की जानकारी नहि हो या फिर कम पड़े लिखे लोगों को अपना चपेट में लेते और अपने मक़सद में कामयाब हो जाते है।
कोई भी ऑनलाइन स्कीम लेने से पहले गूगल या यूटूब में रिव्यू ज़रूर देखे और जाहा पैसे की बात पहले हो तो, ज़रूर से ज़रूर अपने रिलेटिव, दोस्त और आस पास के लोगों से राय ज़रूर ले।
10. जैसे कि रीसेंट में कोई भी ऐक्टिविटी होगी जो ट्रेंडिंग हो जैसे आजकल गौतम अडानी जी को एशिया का सबसे अमीर बने है ये भी एक फरौड का तरीक़ा हो सकता है। ऐसे कोई भी लिंक/url पर क्लिक ना करे, कोई कुछ फ़्री में नहि डेता है।
Last but not least: सिम्पल सी बात ध्यान में रखे कोई लोभ मत कीजिए मेहनत कीजिए और मेहनत का फल खाईए आपके साथ कभी भी फ़्रॉड नहि होगा। और थोड़ा समझरी से काम लिजिए, की अगला आदमीं आपको ये बेनेफ़िट क्यों दे रहा है। कभी भी कोई चीज़ फ़्री नहि मिलता, कुछ न कुछ क़ीमत चुकानी पड़ती है, अगर आप फ़्रॉड के चक्कर में पड गये तो हो सकता है ज़्यादा चुकाना पड जाएगा, इसलिए उचित मूल्य ही चुकाए जितना की ओ वस्तु हक़दार है। और मेहनत के कमाई से पाए।
कंक्लूज़न (Conclusion)
फ्रेंड्स i hope कि अब आपको ऑनलाइन फ़्रॉड क्या | what is online fraud है के बारे में जानकारी मिल गई होगी। फिर भी अगर कोई भी समस्या हो या फिर कुछ डाउट या कोई सवाल हो अप नीच गिए गये टिप्पणी/comment के ज़रिए पूछ सकते है। धन्यवाद: