दोस्तों, आज मै नेहरू शताब्दी चिकित्सालय जयंत, सिंगरौली के बारे में रिव्यू लिखने जा रहा हूँ। यू ही कह लीजिए की हॉस्पिटल के बारे में जानकारी देने जा रहा हूँ।
नेहरू शताब्दी चिकित्सालय जयंत, सिंगरौली पता निचें दिए गये है आप याहा कांटैक्ट डिटेल्ज़ मिल सकता है।
नाम Name : नेहरू शताब्दी चिकित्सालय जयंत, Nehru Shatabdi Chikitsalaya
पता Address : Nehru, Jayant, Madhya Pradesh 486888
कांटैक्ट Contact : 917805276008
आरियाँ Area : दूधिछुआ प्रोजेक्ट Dudhichua Project
सिटी City : सिंगरौली Singrauli
दोस्तों, इस हॉस्पिटल के बारे में, मै अपना अनुभव और प्रॉसेस लिखना चाऊँगा की क्या प्रॉसेस होता है अड्मिशन और डिस्चार्ज का।
नेहरू शताब्दी चिकित्सालय जयंत, सिंगरौली में पेसेंट के अड्मिशन का तरीक़ा.
दोस्तों मै अपने वाइफ़ को डेलिवेरी के केस में याहा अड्मिट किया था।
पहले आपको एमर्जेंसी में कांटैक्ट करना होगा, पेसेंट के साथ वहा आपको एमर्जेंसी के डॉक्टर से कांटैक्ट करना होगा फिर आपको अड्मिशन के लिए फ़ोरम भरने को बोला जाएगा, फिर आपको एमर्जेंसी का फ़ी डेपोजिट करना होगा, उसके बाद आपको वहा से आपको अपने अवार्ड में जाने को बोला जाएगा।
दोस्तों याहा तक तो ठीक है लेकिन जैसे ही आपको आपके अवार्ड में भेजा जाएगा, वहा के नर्स और डॉक्टर को तमीज़ बिलकुल भी नहि है।
मेरे केस में मै अपने वाइफ़ को 2 अक्तूबर 2021 को 10 बजे OBSTETRICS AND GYNECOLOGY भिवग में बरती कराया था उस दिन Dr. नेहा थी मै उनसे बात किया की मेरी वाइफ़ (NTPC) Sanjeevani Hospital in Shaktinagar, Sonbhadra से रेफ़र है और वहा के डॉक्टर बोली है की नोर्मल डिलिव्री होने का चँसेज़ कम है और हमलोग भी चाहते है कि सिजीरियंन डिलिव्री हो और आज के तारीख़ में ही डिलिव्री। तो Dr. नेहा बोली की नोर्मल डिलिव्री होने का चँसेज़ है और हमलोग के 1 दिन टाइम दो हमलोग कोसिस करते है उसके बाद उन्हने पसेंट को नर्स कि अपर छोड़ दी, वहा 2 नर्स थी जो थोड़ी सवाली और उमरदार थी उन्हने ने पसेंट के साथ बरतमजी से पेस आयी और हमलोग जब किसी भी ट्रीटमेंट से रिलेटेड कोई भी इन्फ़र्मेशन लेते तो बहुत उग्र भाव में बात करती थी।
इस लेख के लिए मै ये दोनो क्रूर नर्स का नाम नर्स 1 और नर्स 2 रखता हूँ जो आगे कभी ज़िक्र करूँगा तो समझने में सहूलियत होगी, इनकी क्रूरता इतनी थी कि इनको हॉस्पिटल में होना नहि चाहिए था किसी कसाई के दुकान पर होना चाहिए था।
जब हमलोग पेसेंट से मिलने भी जाते तो उनका ऐटिटूड बहुत ही गंदा था, नर्सें इतनी गंदी थी की पसेंट को इंजेक्शन बेरहमी से देती थी और उन्होंने 2-3 इंटर्न्शिप के नर्स रखी थी जिनको ट्रेनिंग देने के लिए आए हुए पसेंट पर देती थी और ट्रेनिंग वाली नर्स को अनुभव न कारण कही भी इंजेक्शन चुभा देती थी।
पसेंट को माना करने पर उनको रेफ़र का धमकी देकर चुप करा देती थी, और बरतिमिजी भी किया करती थी, पसेंट के साथ कोई भी घर वाले को ना होने देती थी क्योकी ओ किसी तरह का डिस्टरबेंसे ना कर सकती है।
नर्स बिना ज़रूरत के मेरी वाइफ़ प्रियंका मेहता को हाथ में किट लगा दिए और मेरे से नोर्मल डिलिव्री के सारी मेडिसिन माँग लिया गया और उस किट में जो मेरे वाइफ़ को लगा था एक भी इंजेक्शन, मेडिसिन या किसी प्रकार के कोई भी दवा नहि दिया गया, 2 अक्तूबर को पूरा दिन और रात उस किट के दर्द से मेरी वाइफ़ परेशान होती रही।
शाम को जब मै प्राग्रेस पूछने के लिए गया तो नर्स 1 और नर्स 2 के पास गया तो ओ हमारे बारे में Dr. नेहा से उल्टा – सीधा कम्प्लेन कर दी उसके बाद Dr नेहा ने हमलोग कि ऊपर भड़क गयी और रेफ़र का धमकी देने लगी और बोली की कल सुबह मै आपको बताऊँगी की प्रियंका मेहता के साथ क्या करना है नहि तो आप अभी चाहे हो रेफेरे करा सकते है.
नज़दीक में कोई भी अच्छा हॉस्पिटल न होने के कारण मैं चुप रहना उचित समझा और कल यानी 3 अक्तूबर का इंतज़ार करने लगा, जब सुबह हुआ तो हमलोगो को कोई इन्फ़र्मेशन भी नहि दिया गया और Dr. भी बदल गयी अब नयी Dr. सरिता हो गयी और ऑपरेशन की सारी तैयारियाँ भी कर लिए याहा तक की पसेंट को भी नहि बताया मतलब की ऑपरेशन से पहले जो भी प्रीकाउसन होगा होगा जैसे: खाना नहि खाना, पानी नहि पीने को लेकर ये सब भी नहि बताया गया था और हमलोग को भी नहि बताया गया हमलोग ये सोच रहे है कि अभी तो नोर्मल डिलिव्री का ट्रीटमेंट हो रहा है।
अचानक 3 अक्तूबर को 10 बजे बुलाया गया कि डॉक्युमेंट पर साइन करने को हमलोग साइन किए तब तक पसेंट पानी पी चुकी थी।
फिर Dr. नेहा बोली की पानी कैसे पी तुमको नहि पता की ऑपरेशन होने वाले है तो हमलोगो ने बोला की किसी को कोई इन्फ़र्मेशन नहि दिया गया है तो ओ ग़ुस्सा होने लगी और नर्स 1 और नर्स 2 दोनो बोले की हमलोग तुम्हारे नौकर है बताने के लिए, उसके बाद Dr. सरिता कुछ ब्लड टेस्ट लिखी जैसे CBC और भी 1-2 और बोली की 30 मीन में मुझे रिपोर्ट चाहिए, जबकि लेटेस्ट रिपोर्ट 15 दिन पहले का था और हमलोग ने 2 अक्तूबर को पसेंट को भारती कराया था तो उसी दिन जो भी रिपोर्ट चाहिए था.
ओ देख लेते और उसी दिने टेस्ट करा लिए होते, ये कौन ही हॉस्पिटल के मैंनेगेमेंट है जहा 24 घंटा समय रहते कुछ भी नहि किया गया हो और ऑपरेशन से 30 मीनट पहले ब्लड टेस्ट लिखी जा रही हो जबकि पसेंट 24 घंटा पहले से ही भरती है।
Dr. सरिता ने बोली की पानी पीने के वजह से कोई भी रिस्क होता है तो ओ आपको झेलना पड़ेगा, तो मै बोला की हमलोग प्लान करके 2 अक्तूबर को पसेंट को भारती कराया था की उसी दिन ऑपरेशन कराने के पूरी तैयारी में थे हमलोग आप लोग नोर्मल करने के लिए रोके और फिर बिना इन्फ़र्मेशन के अपलोग ऑपरेशन के तैयारी करने लगे अभी इतनी जल्दी ब्लड टेस्ट रिपोर्ट कहा से आएगा, मै 24 घंटे पहले पसेंट को भारती कराया था आपको पहले दिन ही सारे ज़रूरत वाले टेस्ट करना चाहिए था. Dr. सरिता हमलोग के ऊपर चिल्याने लगी और बोली की आपको मै रेफ़र कर देती हूँ आप अपना गलती स्वविकर करना होगा नहि तो मै रेफ़र कर दूँगी।
वहा भी मै चुप रहना सही समझा उसके बाद हमने 200 रुपय के को ब्लड टेस्ट को 2000 देकर अर्जेंट में टेस्ट कराया और 1 घंटा में रिपोर्ट जमा किया।
उसके बाद ऑपरेशन एवाड में पसेंट को भेज दिया गया फिर हमलोग ने नर्स 1 और नर्स 2 से नोर्मल डिलिव्री होने वाले सारे मेडिसिन वापिस लेने गये थे उन्होंने कुछ कपड़े के अलावा कुछ भी वापिस नहि किया तो हमलोग के बोलने पर की हमारे पसेंट को तो कोई भी ट्रीटमेंट हुआ ही नहि तो उन्होंने लड़ाई करने लगी और चिल्याने लगी, फिर हमलोग उसे छोड़ दिए और फिर नोर्मल अवार्ड से सिज़िरीयन अवार्ड में स्विच हो गये।
सिज़िरीयन अवार्ड में उसके हिसाब से बहुत बेहतर रहा लेकिन पेसेंट के साथ वही बरतमीजी और पेसेंट के घर वालों के साथ भी बदसलूकी ये बहुत बड़े लेबल तक चल रहा है।
पेसेंट के लिए न तो नर्स देखभाल करती है और न ही किसी फ़ैमिली मेम्बर को मिलने देती है पेसेंट को चिल्याने के बाद वहा के दाई बहुत बरतमीजी से बात करती है।
दोस्तों, फ़ाइनली सारांश में मै कुछ पॉंट्स लिखना चाहूँगा की क्या फ़ायदा है और क्या नुक़सान है।
फ़ायदा
- हॉस्पिटल की इक्स्पेन्सेज़ कम है और कि अपेक्षा
- 24 X 7 की सेवा है।
- कुछ डिपार्टमेंट में सरकारी सूभिधाओ की बेनेफ़िट मिलती है
नुक़सान और सुधार की ज़रूरत है।
- नर्सेज़ की व्यवहार अच्छा नहि है ईवेन डॉक्टर के नहि है.
- नर्सेज़ अपने डूटी अच्छे से नहि करती
- नर्स और डॉक्टर याहा तक की दाई लोग का अकड़पन होता है पसेंट से कोई भी नोर्मल नहि बात करता
- वहा की दाई जबरजसती पैसे वसूल करती है बक्सिस के तौर पर.
क्या हमें नेहरू शताब्दी चिकित्सालय में भरती करना चाहिए?
अगर आपको कोई बेहतर होस्तिपाल है तो याहा मत जाईए, अगर नहि तो ये इधर नेहरू हॉस्पिटल अच्छा है क्योंकि इसके 100 किलोमीटर के रेडीयस में इससे अच्छा हॉस्पिटल नहि है।
क्या नेहरू शताब्दी चिकित्सालय डिलिव्री करना चाहिए?
कोई प्रॉब्लम नहि है करा सकते है, थोड़ी नर्स का अकड़ है तो आप उनसे बात करके समझा सकते है.
क्या नेहरू शताब्दी चिकित्सालय डिलिव्री करना सेफ़ है?
बिलकुल सेफ़ है, याहा रोज़ के 25 – 30 डिलिव्री होते है, और सभी सक्सेस होते है।
कुछ लिंक है जो नेहरू शताब्दी चिकित्सालय के रिविव और फ़ीड्बैक के है।
- https://m.facebook.com/watch/?v=2305859259731087&_rdr
- http://nclcil.in/detail/291724/nehru-shatabdi-chikitsalaya
- https://www.rajexpress.co/india/central-india/madhya-pradesh/singrauli-news-honble-prime-minister-speech-heard-at-ncl-nehru-centenary-hospital
- https://public.app/video/sp_8sk9k7t8qb30n
- https://navbharattimes.indiatimes.com/state/madhya-pradesh/reewa/mp-news-corona-positive-patient-releases-video-to-highlight-shortcomings-at-ncl-nehru-shatabdi-chikitsalaya-in-singrauli/videoshow/77302242.cms
- https://www.facebook.com/watch/?v=371861120138814
- https://www.youtube.com/watch?v=tIQqsvEokAw
- https://www.patrika.com/singrauli-news/maternity-gives-birth-to-three-babies-at-nehru-hospital-in-singrauli-7090666/
- https://singraulitimes.com/corona-warriors-honored-in-nehru-centenary-hospital/